"अनेकजन्मसम्प्राप्त कर्मबन्धविदाहिने। आत्मज्ञानप्रदानेन तस्मै श्रीगुरवे नमः॥"
"अनेकजन्मसम्प्राप्त कर्मबन्धविदाहिने। आत्मज्ञानप्रदानेन तस्मै श्रीगुरवे नमः॥"
|| गुरुक्षेत्र को प्रणाम ||
|| गुरुक्षेत्र को प्रणाम ||
क्या मैं आध्यात्मिक हूँ?
जैसे ही यह प्रश्न आपके मन में उठे कि क्या आप आध्यात्मिक है तो समझ जाइए आपका चित्त या तो आध्यात्मिक है या आध्यात्मिकता की ओर अग्रसर है।
अब इसे और अच्छे से समझते है, इसे समझने के पहले कुछ उदाहरणों से समझने का प्रयास करते है कि आध्यात्मिकता क्या नहीं है।